Sunday 27 September 2015

सुबह उठ कर ताम्बे के बर्तन के पानी पीने के लाभ (Ayurveda: Benefits Of Drinking Water From Copper Vessel)

Ayurveda: Benefits Of Drinking Water From Copper Vessel

कहा जाता है कि रात को तांबे के पात्र में पानी
रख दें और सुबह इस पानी को पिएं तो अनेक
फायदे होते हैं। आयुर्वेद में कहा गया है कि यह
पानी शरीर के कई दोषों को शांत करता है। साथ
ही, इस पानी से शरीर के जहरीले तत्व बाहर
निकल जाते हैं। रात को इस तरह तांबे के बर्तन
में संग्रहित पानी को ताम्रजल के नाम से जाना
जाता है। ये ध्यान रखने वाली बात है कि तांबे के
बर्तन में कम से कम 8 घंटे तक रखा हुआ पानी
ही लाभकारी होता है । जिन लोगों को कफ की
समस्या ज्यादा रहती है, उन्हें इस पानी में
तुलसी के कुछ पत्ते डाल देने चाहिए। बहुत कम
लोग जानते हैं कि तांबे के बर्तन का पानी पीने
के बहुत सारे फायदे हैं। आज
हम आपको बताने जा रहे हैं तांबे के बर्तन में रखे
पानी को पीने से होने वाले कुछ बेहतरीन फायदों
के बारे में:
• स्किन को बनाए स्वस्थ- अधिकतर लोग
हेल्दी स्किन के लिए तरह-तरह के
कॉस्मेटिक्स का उपयोग करते हैं। वो मानते हैं
कि अच्छे कॉस्मेटिक्स यूज करने से त्वचा
सुंदर हो जाती है, लेकिन ये सच नहीं है। स्किन
पर सबसे अधिक प्रभाव आपकी दिनचर्या
और खानपान का पड़ता है। इसीलिए अगर आप
अपनी स्किन को हेल्दी बनाना चाहते हैं तो तांबे
के बर्तन में रातभर पानी रखें और सुबह उस
पानी को पी लें। नियमित रूप से इस नुस्खे को
अपनाने से स्किन ग्लोइंग और स्वस्थ लगने
लगेगी।

• थायराइड को करता है नियंत्रित -
थायरेक्सीन हार्मोन के असंतुलन के कारण
थायराइड की बीमारी होती है। थायराइड के
प्रमुख लक्षणों में तेजी से वजन घटना या
बढ़ना, अधिक थकान महसूस होना आदि हैं।
थायराइड एक्सपर्ट मानते है कि कॉपर के
स्पर्श वाला पानी शरीर में थायरेक्सीन
हार्मोन को बैलेंस कर देता है। यह इस ग्रंथि की
कार्यप्रणाली को भी नियंत्रित करता है। तांबे
के बर्तन में रखे पानी को पीने से रोग नियंत्रित
हो जाता है।
गठिया में होता है फायदेमंद - आजकल कई
लोगों को कम उम्र में ही गठिया और जोड़ों में
दर्द की समस्या सताने लगती हैं। यदि आप भी
इस समस्या से परेशान हैं तो रोज तांबे के पात्र
का पानी पिएं। गठिया की शिकायत होने पर
तांबे के बर्तन में रखा हुआ जल पीने से लाभ
मिलता है। तांबे के बर्तन में ऐसे गुण आ जाते हैं,
जिनसे बॉडी में यूरिक एसिड कम हो जाता है
और गठिया व जोड़ों में सूजन के कारण होने
वाले दर्द में आराम मिलता है।
• हमेशा दिखेंगे जवान - कहते हैं, जो पानी
ज्यादा पीता है उसकी स्किन पर अधिक उम्र
में भी झुर्रियां दिखाई नहीं देती हैं। ये बात
एकदम सही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि
अगर आप तांबे के बर्तन में जल को रखकर पिएं
तो इससे त्वचा का ढीलापन आदि दूर हो जाता
है। डेड स्किन भी निकल जाती है और चेहरा
हमेशा चमकता हुआ दिखाई देता है।
• पाचन क्रिया को ठीक करता है- एसिडिटी या
गैस या पेट की कोई दूसरी समस्या होने पर
तांबे के बर्तन का पानी अमृत की तरह काम
करता है। आयुर्वेद के अनुसार, अगर आप
अपने शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर
निकालना चाहते हैं तो तांबे के बर्तन में कम से
कम 8 घंटे रखा हुआ जल पिएं। इससे राहत
मिलेगी और पाचन की समस्याएं भी दूर होंगी।
• खून की कमी करता है दूर - एनीमिया या खून
की कमी एक ऐसी समस्या है जिससे 30 की
उम्र से अधिक की कई भारतीय महिलाएं
परेशान हैं। कॉपर के बारे में यह तथ्य सबसे
ज्यादा आश्चर्यजनक है कि यह शरीर की
अधिकांश प्रक्रियाओं में बेहद आवश्यक होता
है। यह शरीर के लिए आवश्यक पोषक तत्वों
को अवशोषित करने का काम करता है। इसी
कारण तांबे के बर्तन में रखे पानी को पीने से
खून की कमी या विकार दूर हो जाते हैं।
• दिल को बनाए हेल्दी - तनाव आजकल सभी
की दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। इसीलिए
दिल के रोग और तनाव से ग्रसित लोगों की
संख्या तेजी बढ़ती जा रही है। यदि आपके साथ
भी ये परेशानी है तो तो तांबे के जग में रात को
पानी रख दें। सुबह उठकर इसे पी लें। तांबे के
बर्तन में रखे हुए जल को पीने से पूरे शरीर में
रक्त का संचार बेहतरीन रहता है। कोलेस्ट्रॉल
कंट्रोल में रहता है और दिल की बीमारियां दूर
रहती हैं।
• कैंसर से लड़ने में सहायक- कैंसर होने पर
हमेशा तांबे के बर्तन में रखा हुआ जल पीना
चाहिए। इससे लाभ मिलता है। तांबे के बर्तन में
रखा हुआ जल वात, पित्त और कफ की
शिकायत को दूर करता है। इस प्रकार के जल में
एंटी-ऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो इस रोग से लड़ने
की शक्ति प्रदान करते हैं। अमेरिकन कैंसर
सोसायटी के अनुसार, कॉपर कई तरीके से
कैंसर मरीज की हेल्प करता है। यह धातु
लाभकारी होती है।
• सूक्ष्मजीवों को खत्म करता है- तांबे की
प्रकृति में ऑलीगोडायनेमिक के रूप में
( बैक्टीरिया पर धातुओं की स्टरलाइज
प्रभाव )माना जाता हे।

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